فضائل القرآن والادعية والاذكار والرقي فضائل قرآن، دعا ئیں، اذکار، دم क़ुरआन की फ़ज़ीलत, दुआएं, अल्लाह की याद और दम करना 1960. قرآن مجید سیکھنا اور سکھانا افضل شعبہ ہے 1960. “ क़ुरआन सीखना और सिखाना सबसे अच्छा कर्म है ” 1961. قرآن کی تعلیم دینے والوں کا عدیم النظیرمقام، ایک آیت پڑھانے کا ثواب 1961. “ क़ुरआन की शिक्षा देने वालों का महान स्थान ، एक आयत पढ़ाने का बदला ” 1962. صاحب قرآن اور اس کے والدین کی فضیلت 1962. “ क़ुरआन पढ़ने वाले और उसके माता-पिता की फ़ज़ीलत ” 1963. تعلیم قرآن کا حکم 1963. “ क़ुरआन पढ़ने और सीखने का हुक्म ” 1964. پہلی سات سورتوں کو سمجھ لینے والا عالم ہے 1964. “ विद्वान वह है जो पहली सात सूरतों को समझता है ” 1965. قرآن کیا ہے؟ 1965. “ क़ुरआन क्या है ” 1966. اللہ تعالیٰ کی رجوع کرنے کا بہترین ذریعہ قرآن مجید ہے 1966. “ अल्लाह तआला की ओर जाने का सबसे अच्छा तरीक़ा क़ुरआन है ” 1967. قرآن میں جھگڑا کرنا 1967. “ क़ुरआन के बारे में झगड़ा नहीं करना चाहिए ” 1968. ایک ہی سورت کافی تھی 1968. “ एक ही सूरत बहुत थी ” 1969. ”چمڑے کے اندر قرآن مجید کو آگ نہیں جلاتی“ کا مفہوم 1969. “ क़ुरआन चमड़े के अंदर हो तो आग नहीं जलाती है ” 1970. قرآن مجید ہمارا قائد ہے 1970. “ क़ुरआन हमारा मार्गदर्शक है ” 1971. آسمانی کتابوں کے نزوال کی تاریخیں 1971. “ आसमानी किताबें उतारे जाने की तारीखें ” 1972. آپ صلی اللہ علیہ وسلم کا جبریل علیہ السلام کے ساتھ ہر سال قرآن مجید کا دور 1972. “ हर साल जिब्राइल अलैहिस्सलाम के साथ रसूल अल्लाह ﷺ का क़ुरआन पढ़ना ” 1973. قرآن مجید کی وجہ سے عزتیں اور ذلتیں 1973. “ क़ुरआन के कारण सम्मान और अपमान ” 1974. بہترین قاری قرآن کا انداز 1974. “ क़ुरआन पढ़ने वाले का सबसे अच्छा क़ुरआन पढ़ने का तरीक़ा ” 1975. کب تک قرآن کی تلاوت کی جائے 1975. “ कब तक क़ुरआन पढ़ा जाना चाहिए ” 1976. دیکھ کر تلاوت کرنا اللہ تعالیٰ اور اس کے رسول کی محبت کا تقاضا ہے 1976. “ देख कर क़ुरआन पढने का मतलब अल्लाह और उसके रसूल ﷺ से मुहब्बत ” 1977. قرآن مجید سفارش کرے گا 1977. “ क़ुरआन सिफ़ारिश करेगा ” 1978. قرآن مجید کے حصول کو دنیا کا سبب نہ بنایا جائے، قرآن مجید کی تعلیم پر اجرت لینا کیسا ہے؟ 1978. “ क़ुरआन दुनिया के लिए नहीं पढ़ना चाहिए और क़ुरआन सिखाने की मज़दूरी लेना कैसा है ” 1979. سریلی آواز میں قرآن مجید کی تلاوت کرنا 1979. “ मधुर आवाज़ में क़ुरआन पढ़ना चाहिए ” 1980. سریلی آواز، قرآن مجید کی زینت ہے 1980. “ मधुर आवाज़ क़ुरआन की सुंदरता है ” 1981. سریلی آواز میں تلاوت کرنے کی وجہ سے اشعری لوگوں کی تعریف 1981. “ मधुर आवाज़ में क़ुरआन पढ़ने के कारण अशअरी लोगों की सराहना ” 1982. قرآن مجید صرف زبانوں کا ”چسکا“ نہیں 1982. “ क़ुरआन जल्दी जल्दी पानी पीने की तरह नहीं पढ़ना चाहिए ” 1983. قرآن مجید کو سمجھ کر پڑھا جائے 1983. “ क़ुरआन को समझ कर पढ़ना चाहिए ” 1984. سورہ تکویر، انشقاق اور انفطار میں قیامت کا منظر 1984. “ सूरत अत-तकवीर सूरत अल-इंशिक़ाक़ और सूरत अल-इन्फ़ितार में क़यामत ” 1985. ٹھہر ٹھہر کر تلاوت کرنا 1985. “ ठहर ठहर कर क़ुरआन पढ़ना ” 1986. جنوں کا سورہ رحمٰن کی آیات کا جواب دینا 1986. “ जिन्नों का सूरत अर-रहमान की आयतों का जवाब देना ” 1987. سجدہ تلاوت کی دعا 1987. “ सज्दा तिलावत ( क़ुरआन में सज्दे की आयत ) की दुआ ” 1988. دوات اور قلم نے بھی آپ صلی اللہ علیہ وسلم کے ساتھ سجدہ تلاوت کیا 1988. “ दवात और क़लम ने भी आप ﷺ के साथ सज्दा किया ” 1989. قرآن مجید کے ایک حرف پر دس نیکیاں 1989. “ क़ुरआन के एक अक्षर पर दस नेकियां ” 1990. ذکر و تلاوت کی وصیت 1990. “ अल्लाह को याद करने और क़ुरआन पढ़ने की वसीयत ” 1991. سورہ فاتحہ افضل القرآن ہے 1991. “ सूरत अल-फ़ातेहा क़ुरआन का सबसे अफ़ज़ल भाग है ” 1992. کیا بسم اللہ . . . سورہ فاتحہ کی آیت ہے؟ 1992. “ क्या बिस्मिल्लाह « بِسْمِ اللَّـه » सूरत अल-फ़ातेहा की आयत है ” 1993. سورہ بقرہ اور سورہ آل عمران کی فضیلت 1993. “ सूरत अल-बक़रह और सूरत आल-इमरान की फ़ज़ीलत ” 1994. سورہ بقرہ کی تلاوت کی وجہ سے شیطان گھر میں داخل نہیں ہوتا 1994. “ घर में सूरत अल-बक़रह पढ़ने से शैतान घर में नहीं घुसता ” 1995. آیتہ الکرسی جنوں سے محفوظ کر دیتی ہے 1995. “ आयतुल-कुरसी पढ़ने से इंसान जिन्नों से सुरक्षित रहता है ” 1996. سورہ آل عمران کی آیت «ان فى خلق السماوات» کی اہمیت 1996. “ सूरत आल-इमरान की आयत « إِنَّ فِي خَلْقِ السَّمَاوَاتِ » की एहमियत ” 1997. سورہ کہف کی فضیلت 1997. “ सूरत अल-कहफ़ की फ़ज़ीलत ” 1998. سورہ ملک کی فضیلت 1998. “ सूरत अल-मुल्क की फ़ज़ीलत ” 1999. سورہ کافرون کی فضیلت 1999. “ सूरत अल-काफ़िरून की फ़ज़ीलत ” 2000. سورہ اخلاص ایک تہائی قرآن ہے 2000. “ सूरत अल-इख़लास क़ुरआन का एक तिहाई भाग है ” 2001. دس دفعہ سورہ اخلاص تلاوت کرنے کا ثواب 2001. “ दस दफ़ा सूरत अल-इख़लास पढ़ने का सवाब ” 2002. سورہ الفلق اور سورہ ناس کی فضیلت 2002. “ सूरत अल-फ़लक़ और सूरत अन-नास की फ़ज़ीलत ” 2003. آپ صلی اللہ علیہ وسلم پر جادو اور اس کا توڑ۔ انبیا ء و رسل جادو سے متاثر ہو سکتے تھے 2003. “ आप ﷺ पर जादू और उस का तोड़ ، नबियों और रसूलों पर जादू किया जा सकता है ” 2004. قرآن مجید سات لغات پر نازل ہوا 2004. “ क़ुरआन सात लहजों से पढ़ा जा सकता है ” 2005. کتنے ایام میں مکمل قرآن مجید کی تلاوت کی جائے 2005. “ कितने दिन में पूरा क़ुरआन पढ़ा जा सकता है ” 2006. آیت کے بارے میں آپ صلی اللہ علیہ وسلم کا سیدنا ابی رضی اللہ عنہ سے سوال 2006. “ आयत के बारे में रसूल अल्लाह ﷺ का हज़रत अबी रज़ि अल्लाहु अन्ह से पूछना ” 2007. وہ آیات، جن کی تلاوت منسوخ ہو گئی، لیکن حکم باقی ہے 2007. “ वे आयतें जिन का पढ़ना मना कर दिया गया लेकिन हुक्म बाक़ी रहा ” 2008. تلاوت قرآن پر نزول سکینت 2008. “ क़ुरआन पढ़ने पर सुकून और आराम का उतारा जाना ” 2009. آپ صلی اللہ علیہ وسلم ہر وقت اللہ تعالیٰ کا ذکر کرتے 2009. “ आप ﷺ हर समय अल्लाह को याद करते थे ” 2010. ذکر خدا والے کلمات عرش معلیٰ کے پاس 2010. “ अल्लाह को याद करने वाले शब्द अर्श के आस पास होते हैं ” 2011. ذکر والی مجلس کی فضیلت اور ثمرات 2011. “ अल्लाह को याद करने वाले लोगों की सभा की फ़ज़ीलत और इनाम ” 2012. ذکر سے جنت میں درخت لگتے ہیں 2012. “ अल्लाह को याद करना जन्नत में पेड़ लगाना है 2013. نماز فجر سے طلوع آفتاب تک اور نماز عصر سے غروب آفتاب تک ذکر کرنے کی فضیلت 2013. “ फ़जर की नमाज़ से सूर्य निकलने तक और असर की नमाज़ से सूर्य डूबने तक अल्लाह को याद करने की फ़ज़ीलत ” 2014. نماز فجر سے نماز ضحیٰ تک مسلسل ذکر کرنے سے بہتر ذکر 2014. “ फ़जर की नमाज़ से चाशत की नमाज़ तक लगातार अल्लाह को याद करने से अधिक अच्छे शब्द ” 2015. ذکر خدا کے علاوہ سب کچھ لغو و لہو ہے 2015. “ अल्लाह को याद करने के सिवा हर चीज़ बेकार है ” 2016. افضل اذکار 2016. “ सबसे अच्छे शब्द ” 2017. افضل کلام 2017. “ सबसे अफ़ज़ल शब्द ” 2018. لیل و نہار کے مسلسل ذکر سے افضل ذکر 2018. “ दिन रात कहे जाने वाले शब्दों से अफ़ज़ल शब्द ” 2019. اونچے مقامات پر تکبیرات کا اہتمام کرنا 2019. “ हेर ऊँची जगह पर “ अल्लाहु अकबर ” « اللهُ أَكْبَرُ » कहना ” 2020. آدمی کے حق میں خادم سے بہتر ذکر . . . سونے سے پہلے ایک ذکر 2020. “ इंसान के लिए एक सेवक रखने से अच्छे शब्द ، सोन से पहले के शब्द ” 2021. شیطانوں سے محفوظ رہنے کا ذکر، آپ صلی اللہ علیہ وسلم پر شیطانوں کا حملہ لیکن . . . 2021. “ शैतान से सुरक्षित रहने के शब्द ، आप ﷺ पर शैतानों का हमला लेकिन ... ” 2022. پہلوں کے مقام کو پا لینے اور بعد والوں سے سبقت لے جانے کا سبب بننے والا ذکر 2022. “ वे शब्द जिन के माध्यम से अपने से पहले वालों का ( स्थान ) मिल जाए और बाद वाले तुम्हारे ( दर्जे ) तक न पहुंच सकें ” 2023. زندگی کے آخری ایام کا ذکر 2023. “ वे शब्द जो जीवन के अंतिम दिनों में पढ़े जाएं ” 2024. اللہ تعالیٰ ذکر کرنے والے کا تذکرہ کرتا ہے 2024. “ अल्लाह को याद करने वाले को अल्लाह तआला भी याद करता है ” 2025. اللہ کے ذکر والے حلقے جنت کے باغیچے ہیں 2025. “ अल्लाह को याद करने वाली सभाएं जन्नत का बाग़ है ” 2026. مجالس ذکر کی غنیمت جنت ہے 2026. “ जिस सभा में अल्लाह को याद किया जाता है उसकी ग़नीमत ( लाभ ) जन्नत है ” 2027. «لَا حَوْلَ وَلَا قُوَّةَ اِلَّا بِاﷲِ» کی فضیلت 2027. “ ला हौल वला क़ुव्व्ता इल्ला बिल्लाह « لَا حَوْلَ وَلَا قُوَّةَ إِلَّا بِاللَٰهِ » की फ़ज़ीलत ” 2028. روزانہ ایک ہزار نیکیاں 2028. “ रोज़ाना एक हज़ार नेकियां ” 2029. دنیا و وما فیہا ملعون ہے، مگر اللہ کا ذکر اور عالم و متعلم 2029. “ दुनिया और उस में जो कुछ है उस पर लाअनत है सिवाए अल्लाह की याद और उसे सिखाने और सीखने वाले के ” 2030. وزن میں بھاری اذکار 2030. “ वज़न में भारी शब्द ” 2031. باقیات صالحات 2031. “ बाक़ी रहने वाली नेकियाँ ” 2032. سو سو دفعہ سبحان اللہ، الحمد للہ، اللہ اکبر اور لا الہ الا اللہ کہنے کا عظیم ثواب 2032. “ सौ सौ दफ़ा “ सुब्हान अल्लाह ” “ अल-हमदु लिल्लाह ” “ अल्लाहु अकबर ” “ ला इलाहा इल्लल्लाह ” कहने का बड़ा सवाब ” 2033. کلمہ توحید نجات دلانے والا ہے 2033. “ कलमा तौहीद “ ला इलाहा इल्लल्लाह ” मुक्ति दिलाता है ” 2034. «الحمد لله كثيرا» کا اجر و ثواب 2034. “ अल-हमदु लिल्लाहि कसीरा ” « الحَمْدُ لِلَّهِ كَثِيرًا » का सवाब ” 2035. اللہ کے ذکر میں بخیلی، بزدلی اور گھبراہٹ کا علاج ہے 2035. “ अल्लाह की याद कंजूसी ، कायरता और चिंता का इलाज है ” 2036. اللہ کے ذکر کے دلدادہ لوگ سبقت لے جائیں گے 2036. “ जो अल्लाह को याद करना पसंद करते हैं, वे आगे निकल जाएंगे ” 2037. اللہ تعالیٰ کا ذکر بھی صدقہ ہے 2037. “ अल्लाह को याद करना भी सदक़ह है ” 2038. تسبیح و تحمید اور تہلیل و تکبیر سے گناہ جھڑتے ہیں 2038. “ तस्बीह पढ़ने से अल्लाह की तअरीफ़ और अल्लाह की बढ़ाई बयान करने से पाप पेड़ के पत्तों की झड़ जाते हैं ” 2039. آپ صلی اللہ علیہ وسلم کو امتیوں کے درود کا کیسے علم ہوتا ہے؟ 2039. “ आप ﷺ को उम्मतियों के दरूद भेजने का कैसे पता चलता है ” 2040. آپ صلی اللہ علیہ وسلم کی طرف سے درود و سلام کا جواب 2040. “ आप ﷺ की ओर से दरूद और सलाम का जवाब ” 2041. آپ صلی اللہ علیہ وسلم پر درود و سلام بھیجنے کی فضیلت 2041. “ आप ﷺ पर दरूद और सलाम भेजने की फ़ज़ीलत ” 2042. جمعہ کے روز بکثرت آپ صلی اللہ علیہ وسلم پر درود بھیجنے کا حکم۔ کیا انبیا و رسل کے اجسام قبروں میں سالم ہیں؟ 2042. “ जुमआ के दिन आप ﷺ पर बहुत दरूद भेने का हुक्म ، क्या नबियों और रसूलों के शरीर क़ब्रों में ठीक हैं ” 2043. تذکرہ محمد صلی اللہ علیہ وسلم سن کر درود نہ پڑھنے والا راہ جنت سے بھٹک گیا 2043. “ मुहम्मद ﷺ का नाम सुन कर दरूद न भेजने वाला जन्नत के रस्ते से भटक गया ” 2044. قبولیت دعا کے لیے درود کی حیثیت 2044. “ दुआ स्वीकार की जाए इसके लिए दरूद की एहमियत ” 2045. جنت کے درجہ وسیلہ کی دعا کرنا 2045. “ जन्नत का दर्जा वसीले की दुआ करना ” 2046. تمام انبیا و رسل پر درود و سلام بھیجا جائے 2046. “ सारे नबियों और रसूलों पर दरूद और सलाम भेजा जाए ” 2047. اللہ تعالیٰ سے زیادہ سے زیادہ مانگا جائے 2047. “ जितना अधिक हो सके अल्लाह से मांगो ” 2048. فرشتوں کی دعائیں کیسے حاصل کی جا سکتی ہیں؟ کسی کی عدم موجودگی میں اس کے حق میں کی گئی دعا مقبول ہوتی ہے 2048. “ फ़रिश्तों की दुआएं कैसे पाई जा सकती हैं किसी के पीछे उस के लिए की गई दुआ स्वीकार की जाती है ” 2049. آپ صلی اللہ علیہ وسلم سے منقول مختلف دعائیں 2049. “ वे दुआएं जो आप ﷺ किया करते थे ” 2050. کفارہ مجلس کی دعا 2050. “ वह दुआ जो सभा का कफ़्फ़ारह है ” 2051. اللہ تعالیٰ کو نہ پکارنا، اس کے غضب کو دعوت دینا ہے 2051. “ अल्लाह ग़ुस्सा करता है यदि उसको याद न किया जाए ” 2052. کیا دعا تقدیر کو بدل سکتی ہے؟ 2052. “ क्या दुआ भाग्य बदल सकती है ? ” 2053. افضل دعا 2053. “ अफ़ज़ल दुआ ” 2054. عافیت کی دعا کرنا 2054. “ भलाई की दुआ करना ” 2055. غم و الم کی کیفیت ٹالنے کی دعا 2055. “ दुख को टालने की दुआ ” 2056. غمگین کا غم دور کرنے کی دعا 2056. “ दुखी इंसान का दुख दूर करने की दुआ ” 2057. گھبراہٹ کے وقت کی دعا 2057. “ घबराहट के समय की दुआ ” 2058. کرب و اذیت کے وقت کا ذکر 2058. “ दुख और तकलीफ़ के समय की दुआ ” 2059. مبتلائے مصیبت یونس علیہ السلام کی دعا پڑھے 2059. “ मुसीबत के समय हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम की दुआ पढ़ी जाए ” 2060. بستی میں داخل ہونے کی دعا 2060. “ किसी बस्ती में जाने की दुआ ” 2061. بازار میں داخل ہونے کی دعا 2061. “ बज़ार में जाने की दुआ ” 2062. مبتلائے مصیبت کو دیکھ کر پڑھی جانے والی دعا 2062. “ किसी को मुसीबत में देखे तो यह दुआ पढ़े ” 2063. سفر میں سحری کے وقت کی دعا 2063. “ यात्रा में सेहरी खाते समय की दुआ ” 2064. سخت ہوا چلتے وقت کی دعا 2064. “ तेज़ हवा चलते समय की दुआ ” 2065. خطرے والی ہوا کے وقت کی دعا 2065. “ भयानक हवा चलते समय की दुआ ” 2066. دعا بعد از وضو 2066. “ वुज़ू करने के बाद की दुआ ” 2067. لشکر کو الوداع کہنے کی دعا 2067. “ सेना को भेजते समय की दुआ ” 2068. تجدید ایمان کی دعا اور وجہ 2068. “ ईमान को ताज़ा करने की दुआ और कारण ” 2069. سواری کی دعا 2069. “ सवारी पर सवार होते समय की दुआ ” 2070. پسندیدہ یا ناپسندہدہ چیز دیکھتے وقت کی دعا 2070. “ अच्छी या बुरी चीज़ देखते समय की दुआ ” 2071. ہلال دیکھنے کی دعا 2071. “ हिलाल यानि पहले दिन का चाँद देखने की दुआ ” 2072. چاند سے پناہ مانگنا اور اس کی وجہ 2072. “ चाँद से शरण लेना और उसका कारण ” 2073. بارش کے لیے الٹے ہاتھوں دعا کرنا 2073. “ बारिश के लिए उलटे हाथों दुआ करना ” 2074. کن لوگوں کی دعائیں مقبول ہیں؟ 2074. “ किन लोगों की दुआ स्वीकार की जाती है ” 2075. دعا افضل عبادت ہے 2075. “ दुआ करना अफ़ज़ल इबादत है ” 2076. تنگی رزق کے وقت کی دعا 2076. “ रिज़्क़ में तंगी हो तो उस समय की दुआ ” 2077. غصہ دور کرنے کی دعا 2077. “ ग़ुस्सा दूर करने की दुआ ” 2078. ادائیگی قرض کی دعا 2078. “ क़र्ज़ चुकाने की दुआ ” 2079. شب قدر کی دعا 2079. “ लैलतुल क़द्र ( शब क़द्र ) की दुआ ” 2080. کسی مقام پر پڑاؤ ڈالتے وقت کی دعا 2080. “ किसी स्थान पर ठहरन के लिए तंबू लगाते समय की दुआ ” 2081. مرغ کی اذان اور گدھے کی آواز سنتے وقت کی دعا 2081. “ मुर्ग़े की अज़ान और गधे की आवाज़ सुनते समय की दुआ ” 2082. برے خواب کو دفع کرنے کی دعا 2082. “ बुरे सपनों को दूर करने की दुआ ” 2083. سختیوں میں دعائیں کب قبول ہوتی ہیں؟ 2083. “ कठिनाइयों में दुआ कब स्वीकार की जाती है ? ” 2084. نماز سے متعلقہ دعائیں . . . دعائے استفتاح 2084. “ नमाज़ से संबंधित दुआएं और दुआ इस्तफ़तह ” 2085. اذکار بعد از نماز 2085. “ नमाज़ के बाद पढ़ने वाले शब्द ” 2086. اللہ تعالیٰ کی تعریف کرنے والے لوگ افضل ہیں 2086. “ अल्लाह की तारीफ़ करने वाले लोग अफ़ज़ल हैं ” 2087. اللہ تعالیٰ کو اپنی تعریف پسند ہے 2087. “ अल्लाह को अपनी तारीफ़ पसंद है ” 2088. اللہ تعالیٰ کے ہاں پسندیدہ اور ناپسندیدہ کلام 2088. “ वे शब्द जो अल्लाह को पसंद हैं या पसंद नहीं हैं ” 2089. ساری تخلیق کی طرف سے اللہ تعالیٰ کی گئی اللہ تعالیٰ کی تعریفات کو بیان کر دینے کا نسخہ 2089. “ सभी प्राणियों द्वारा की गई अल्लाह तआला की तारीफ़ को कहने का ढंग ” 2090. اللہ تعالیٰ کی صفات پر مشتمل دعا اور اس کا حسن انجام 2090. “ अल्लाह की विशेषताओं पर आधारित दुआएं और उनका अच्छा नतीजा ” 2091. اگر پوری کوشش کے ساتھ دعا کرنا ہو تو 2091. “ यदि पूरी कोशिश के साथ दुआ करनी है तो ” 2092. صبح و شام کے اذکار . . . سیدالاستغفار 2092. “ सुबह और शाम को पढ़ने वाले शब्द और सय्यदुल इस्तग़फ़ार ” 2093. سوتے وقت کی دعائیں اور آداب 2093. “ सोते समय की दुआएं और उसका ढंग ” 2094. مظلوم کی بددعا مقبول ہوتی ہے 2094. “ मज़लूम की बद-दुआ स्वीकार की जाती है ” 2095. بوقت دعا قبولیت کا یقین ہونا چاہیے 2095. “ दुआ करते समय दुआ के स्वीकार हो जाने का विश्वास होना चाहिए ” 2096. دم اور اس کی صورتیں 2096. “ दम करना और उसके प्रकार ” 2097. کیا داغنا اور دم کروانا توکل کے منافی ہے 2097. “ क्या दाग़ना और दम करवाना विश्वास के विपरीत है ? ” 2098. تعویذ 2098. “ तअवीज़ गंडा करना ” 2099. اللہ تعالیٰ کا واسطہ دیا جائے تو باز آ جانا چاہیے 2099. “ अल्लाह ताला के नाम से नसीहत की जाए तो बाज़ आजाना चाहिए ” 2100. جنت الفردوس کا سوال کرنا اور اس کی وجہ 2100. “ जन्नत अल-फ़िरदौस मांगना और उसका कारण ” 2101. مستقل برے پڑوسی سے پناہ مانگنا 2101. “ एक स्थायी बुरे पड़ोसी से बचने की शरण मांगना ” 2102. نطر لگنا حق ہے 2102. “ नज़र लग जाना सच है ” 2103. اسم اعظم 2103. “ इसमे आज़म ” 2104. افضل شکر 2104. “ शुक्र करने के अफ़ज़ल शब्द ” 2105. جمعہ کے دن ساعتہ الاجابہ 2105. “ जुमा के दिन की वह घड़ी जब दुआ स्वीकार की जाती है ” 2106. یا ذالجلال والاکرام 2106. “ या ज़ल जलालि वल इकराम ” «يَا ذَا الجَلَالِ وَالإِكْرَام » ” 2107. سیدنا انس رضی اللہ عنہ کے لیے دعائے نبوی اور اس کے ثمرات 2107. “ हज़रत अनस रज़ि अल्लाहु अन्ह के लिए नबी ﷺ की दुआ और उसका फल ” 2108. اصحاب بدر کے لیے دعائے نبوی اور اس کے ثمرات 2108. “ बदर वालों के लिए नबी ﷺ की दुआ और उसका फल ” 2109. مخلوقات خدا کو دیکھ کر خالق کو یاد کرنا 2109. “ अल्लाह के जीव को देख कर बनाने वाले यानि अल्लाह को याद करना ” 2110. زنا کی اجازت مانگنے والے کو سمجھانے کا انداز نبوی اور اس کے لیے دعا 2110. “ ज़िना की अनुमति मांगने वाले को समझाने का नबी ﷺ का तरीक़ा और उसके लिए दुआ ” 2111. اولیا اللہ کی علامت 2111. “ अल्लाह तआला के दोस्तों की निशानियां ” 2112. وزن میں بھاری اذکار 2112. “ वज़न में भारी शब्द ” 2113. سرداران قریش پر آپ صلی اللہ علیہ وسلم کی بددعا اور اس کی قبولیت 2113. “ क़ुरैश के सरदारों के लिए आप ﷺ की बद-दुआ और उसका स्वीकार हो जाना ” 2114. فقر و فاقہ اور ظلم و ستم سے پناہ مانگنا 2114. “ ग़रीबी ، भुकमरी ، रुस्वाई और अत्याचार से अल्लाह की शरण मांगना ” 2115. نصف رات قبولیت کا وقت ہے 2115. “ आधी रात में की गई दुआ स्वीकार की जाती है 2116. آپ صلی اللہ علیہ وسلم کی امت کے لیے دعا اور اللہ تعالیٰ کی طرف سے قبولیت کا انداز 2116. “ आप ﷺ की उम्मत के लिए दुआ और उसका स्वीकार हो जाना 2117. بہترین لوگ اور بہترین اعمال 2117. “ अच्छे लोग और अच्छे कर्म 2118. شرک کے علاوہ سب گناہوں کی بخشش ممکن ہے 2118. “ शिर्क के सिवा सारे पाप क्षमा किये जा सकते हैं 2119. توبہ و رحمت کا دروازہ کھلا ہے 2119. “ तोबा और रहमत का दरवाज़ा 2120. واعظین کی اقسام 2120. “ भाषण देने वाले कितने प्रकार के हैं 2121. صحابہ کی ایمانی کیفیت 2121. “ सहाबा के ईमान की हालत 2122. یوسف علیہ السلام اور آپ صلی اللہ علیہ وسلم کی عاجزی 2122. “ यूसुफ़ अलैहिस्सलाम और आप ﷺ की नम्रता 2123. اسلام کی حالت میں ملنے والی عمر انتہائی قیمتی ہے 2123. “ इस्लाम की हालत में मिलने वाला जीवन बहुत अनमोल है 2124. سات سات دفعہ جنت کا سوال اور جہنم سے پناہ مانگنی چاہیے 2124. “ सात सात दफ़ा जन्नत मांगना और जहन्नम से शरण मांगनी चाहिए ” 2125. استغفار کی فضیلت 2125. “ अस्तग़फ़ार की फ़ज़ीलत ” 2126. آپ صلی اللہ علیہ وسلم کا سو سو دفعہ بخشش طلب کرنا 2126. “ आप ﷺ का सौ सौ दफ़ा क्षमा मांगना ” 2127. اٹھتے، بیٹھتے اور لیٹتے وقت اللہ تعالیٰ کا ذکر ہونا چاہیے، وگرنہ . . . 2127. “ उठते ، बैठते और लेटते समय अल्लाह को याद करना चाहिए वरना .. ” 2128. عورتوں کو سلام کہنا 2128. “ औरतों को सलाम करना ” 2129. نماز کے قیام کے دوران دعا کرنا درست ہے 2129. “ नमाज़ में क़याम यानि खड़े रहने के बीच दुआ करना ठीक है ” 2130. بسم اللہ کی برکت اور آپ صلی اللہ علیہ وسلم کا معجزہ 2130. “ बिस्मिल्लाह ” « بِسْمِ اللَّـه » की बरकत और आप ﷺ का चमतकार ” 2131. شیطان سے پناہ مانگی جائے، اس کو گالیاں نہ دی جائیں 2131. “ शैतान से शरण मांगी जाए और उसे गली न दी जाए ” 2132. بعض لوگوں کا میدان حشر میں امتحان اور ایک حکم الہی سے روگردانی کرنے کا وبال 2132. “ क़यामत के दिन कुछ लोगों की परीक्षा और अल्लाह का हुक्म न मानने की सज़ा ” 2133. حکم نبوی کی پیروی کی مثال 2133. “ नबी ﷺ के हुक्म को मानने की मिसाल ” |
سلسله احاديث صحيحه
सिलसिला अहादीस सहीहा فضائل القرآن والادعية والاذكار والرقي فضائل قرآن، دعا ئیں، اذکار، دم क़ुरआन की फ़ज़ीलत, दुआएं, अल्लाह की याद और दम करना اللہ تعالیٰ کو اپنی تعریف پسند ہے “ अल्लाह को अपनी तारीफ़ पसंद है ”
سیدنا اسود بن سریع رضی اللہ عنہ کہتے ہے: میں شاعر تھا، میں نے کہا: اے اللہ کے رسول! میں نے اپنے رب کی تعریف کی ہے۔ آپ صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا: ”خبردار! بلاشبہ تمہارا رب تعریفیں پسند کرتا ہے۔“ آپ صلی اللہ علیہ وسلم نے اس سے زیادہ مجھے کچھ نہ کہا۔
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