“ जुमा की नमाज़ का फ़र्ज़ होना ” |
1 |
492 |
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“ जुमा के दिन ख़ुश्बू लगाना सुन्नत है ” |
1 |
493 |
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“ जुमा की नमाज़ की फ़ज़ीलत ” |
1 |
494 |
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“ जुमा की नमाज़ के लिए तेल लगाना सुन्नत है ” |
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495 سے 496 |
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“ जुमा के दिन सबसे अच्छे कपड़े पहने ” |
1 |
497 |
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“ जुमा के दिन मिस्वाक करना सुन्नत है ” |
2 |
498 سے 499 |
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“ जुमा के दिन फ़ज्र की नमाज़ में क्या पढ़ा जाए ” |
1 |
500 |
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“ जुमा की गांवों और शहरों दोनों में अनुमति है ” |
1 |
501 |
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“ जिसे जुमा के लिए आना ज़रूरी नहीं, क्या उस पर ग़ुस्ल जुमा वाजिब है ? ” |
1 |
502 |
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“ जुमा की नमाज़ के लिए कितनी दूर से आना चाहिए और किस किस पर वाजिब है ” |
3 |
503 سے 505 |
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“ यदि जुमा के दिन गर्मी हो तो क्या करें ? ” |
1 |
506 |
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“ जुमा के दिन पैदल चलने के बारे में ” |
1 |
507 |
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“ कोई भी मुसलमान जुमा के दिन अपने भाई को उठाकर उसकी जगह पर न बैठे ” |
1 |
508 |
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“ जुमा की अज़ान के बारे में ” |
1 |
509 |
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“ जुमा के दिन एक मुअज़्ज़न का होना बहतर है ” |
1 |
510 |
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“ इमाम मिम्बर पर हो और अज़ान सुने तो उसे अज़ान का जवाब देना चाहिए ” |
1 |
511 |
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“ ख़ुत्बा मिम्बर पर देना चाहिए ” |
2 |
512 سے 513 |
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“ ख़ुत्बा खड़े होकर पढ़ना चाहिए ” |
1 |
514 |
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“ जो व्यक्ति ख़ुत्बे में अल्लाह की तारीफ़ के बाद “ अम्मा बाद ” « أمَّا بَعدُ » कहता है तो वह सुन्नत के अनुसार कहता है ” |
3 |
515 سے 517 |
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“ जब इमाम किसी व्यक्ति को ख़ुत्बे के बीच आते हुए देखे, तो उसे दो रकअत नमाज़ पढ़ने का हुक्म दे ” |
1 |
518 |
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“ जुमे के दिन ख़ुत्बे में बारिश के लिए दुआ मांगना ” |
1 |
519 |
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“ जुमे के दिन जब इमाम ख़ुत्बा दे रहा हो तो चुप रहना चाहिए ” |
1 |
520 |
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“ जुमे के दिन वह घड़ी जिस में दुआ स्वीकार की जाती है वह कितनी देर रहती है ” |
1 |
521 |
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“ यदि जुमे की नमाज़ में लोग इमाम को छोड़ कर भाग जाएं ” |
1 |
522 |
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“ जुमे की नमाज़ के बाद और पहले नफ़िल नमाज़ पढ़ना ” |
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523 |
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