“ अगर बिना एहराम वाला शिकार करके किसी एहराम वाले को देदे, तो एहराम वाले के लिए उसे खाना ठीक होगा ” |
1 |
884 |
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“ एहराम वाले को शिकार करने में बिना एहराम वाले की मदद नहीं करनी चाहिए ” |
1 |
885 |
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“ एहराम वाले को शिकार की ओर इशारा नहीं करना चाहिए, ताकि बिना एहराम वाला उसे शिकार कर सके ” |
1 |
886 |
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“ जब कोई किसी एहराम वाले व्यक्ति को जीवित जंगली गधा भेंट करे तो उसे स्वीकार नहीं करना चाहिए ” |
1 |
887 |
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“ एहराम वाला व्यक्ति किन जानवरों को मार सकता है ? ” |
3 |
888 سے 890 |
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“ मक्का में जंग करना जायज़ नहीं है ” |
1 |
891 |
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“ एहराम की हालत में पिछने लगवाना जायज़ है ” |
1 |
892 |
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“ एहराम में निकाह करना ” |
1 |
893 |
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“ एहराम में ग़ुस्ल करना ( ठीक है ) ” |
1 |
894 |
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“ बिना एहराम के हरम और मक्का में प्रवेश करना ” |
1 |
895 |
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“ मृतक की ओर से हज्ज करना और नज़र पूरी करना और महिला की ओर से पुरुष का हज्ज करना ” |
1 |
896 |
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“ बच्चों का हज्ज करना भी ठीक है ” |
1 |
897 |
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“ महिलाओं का हज्ज ” |
2 |
898 سے 899 |
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“ कोई काअबा तक चलने की मन्नत माने ” |
2 |
900 سے 901 |
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