ام عطیہ رضی اللہ عنہا کہتی ہیں کہ رسول اللہ صلی اللہ علیہ وسلم نے ہم لوگوں سے بیعت کے وقت یہ عہد لیا تھا کہ ہم نوحہ نہ کریں گی مگر (اس عہد کو) سوائے پانچ عورتوں کے کسی نے پورا نہیں کیا (1) ام سلیم (2) ام علاء (3) ابوسبرہ کی بیٹی جو سیدنا معاذ رضی اللہ عنہ کی بیوی تھیں (4) دو عورتیں اور۔ یا یوں کہا کہ ابوسبرہ کی بیٹی اور معاذ کی بیوی اور ایک اور عورت۔
उम्म अत्या रज़ि अल्लाहु अन्हा कहती हैं कि रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हम लोगों से बैअत के समय ये वादे लिये थे कि हम मातम न करेंगे मगर (इस वादे को) सिवाए पांच महिलाओं के किसी ने पूरा नहीं किया, उम्म सलीम, उम्म अला, अबू-सबरा की बेटी जो हज़रत मआज़ रज़ि अल्लाहु अन्ह की पत्नी थीं, और दूसरी दो महिलाएं। या यूँ कहा कि अबू-सबरा की बेटी और मआज़ की पत्नी और एक और महिला।