ग़ुस्ल के बारे में
1. “ ग़ुस्ल से पहले वुज़ू करना मसनून है ”
2. “ पति अपनी पत्नी के साथ नहा सकता है ”
3. “ कगभग एक साअ पानी से नहाना ”
4. “ सिर पर तीन दफ़ा पानी बहाना ”
5. “ नहाते समय ख़ुश्बू से शरू करना ”
6. “ संभोग के बाद बिना नहाए फिर संभोग करना ”
8. “ ग़ुस्ल में बालों का ख़िलाल करना चाहिए ”
9. “ जिसको मस्जिद में जाने के बाद याद आए कि वह अपवित्र है तो उसे तुरंत मस्जिद छोड़ देनी चाहिए और तयम्मुम नहीं करना चाहिए ”
10. “ एकांत में नंगे होकर नहाना ”
11. “ लोगों के सामने नहाते समय पर्दा करना ”
12. “ अपवित्र व्यक्ति का पसीना पवित्र है और मोमिन कभी अपवित्र नहीं होता है ”
13. “ अपवित्र व्यक्ति ग़ुस्ल करने से पहले सो सकता है ”
14. “ ग़ुस्ल तभी वाजिब है जब मर्द और औरत दोनों के गुप्तअंग एक दूसरे से मिल जाएं ”

مختصر صحيح بخاري کل احادیث 2230 :حدیث نمبر
مختصر صحيح بخاري
غسل کا بیان
ग़ुस्ल के बारे में
خاوند کا اپنی بیوی کے ہمراہ نہانا (درست ہے)۔
“ पति अपनी पत्नी के साथ नहा सकता है ”
حدیث نمبر: 187
Save to word مکررات اعراب Hindi
ام المؤمنین عائشہ رضی اللہ عنہا کہتی ہیں کہ میں اور نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم ایک برتن سے یعنی ایک قدح (ٹب) سے جس کو فرق کہتے ہیں، غسل کیا کرتے تھے۔

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