سلسله احاديث صحيحه کل احادیث 4035 :ترقیم البانی
سلسله احاديث صحيحه کل احادیث 4103 :حدیث نمبر

سلسله احاديث صحيحه
सिलसिला अहादीस सहीहा
التوبة والمواعظ والرقائق
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तौबा, नसीहत और नरमी बरतना
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نمبر ابواب فہرست کل احادیث احادیث تفصیل
1440
“ हर हालत में दुनिया को छोड़ना और हर दोस्त को अलविदा कहना पड़ेगा ”
1 2184
1441
“ मोमिन की गरिमा तहज्जुद की नमाज़ में और सम्मान लोगों से बेपरवाह होने में है ”
1 2185
1442
“ कंगाल कौन है ”
1 2186
1443
“ सवाल बहुत करना बरबादी का कारण बनते हैं ”
1 2187
1444
“ ऊंटों, गायों और बकरियों में ख़यानत करने से क़यामत के दिन रुस्वाई ”
2 2188 سے 2189
1445
“ सात बड़े पाप ”
1 2190
1446
“ छोटे पाप बहुत करना भी बरबादी है ”
1 2191
1447
“ छोटे पापों की भी पूछताछ होगी ”
1 2192
1448
“ हराम के पास नहीं जाना चाहिए ”
1 2193
1449
“ सदक़ह की फ़ज़ीलत ”
1 2194
1450
“ कुछ मोमिनों के दिल आप ﷺ के लिए नरम हैं ”
1 2195
1451
“ मोमिन के अच्छे अंत के लिए दुनिया में परीक्षा का होना ”
1 2196
1452
“ मौत से पहले अच्छे कर्मों की फ़ज़ीलत ”
1 2197
1453
“ नाजाइज़ लाअनत करने का बोझ ”
1 2198
1454
“ आज्ञाकारी न करने पर भी दुनिया में रिज़्क़ का मिलना अल्लाह की ढील है ”
1 2199
1455
“ बुरे दिनों के नियम ”
1 2200
1456
“ बुराई के बाद नेकी करने की शिक्षा ”
1 2201
1457
“ ईमानदारी ، सच्चाई ، अच्छा व्यवहार और भरपूर रिज़्क़ की एहमियत ”
1 2202
1458
“ छह कर्मों की पाबंदी पर जन्नत की ज़मानत ”
1 2203
1459
“ अच्छे कर्म करने और अल्लाह की रहमत की आशा की नसीहत ”
1 2204
1460
“ लम्बी आयु अच्छे लोगों की विशेषता है लेकिन ... ”
1 2205
1461
“ आप ﷺ की ग़रीबों के साथ की दुआ ”
1 2206
1462
“ दुनिया में ग़रीबी और भुखमरी के बदले में आख़िरत के ख़ज़ाने ”
1 2207
1463
“ कम माल बेख़बर करने वाले अधिक माल से अच्छा है ”
1 2208
1464
“ आप ﷺ का दुनिया के आराम की इच्छा न करना दुनिया में कुछ देर ठहरने की मिसाल ”
2 2209 سے 2210
1465
“ अल्लाह तआला के हाँ दुनिया की कोई एहमियत नहीं ”
1 2211
1466
“ धन का होना कुछ ग़लत नहीं लेकिन कब ? स्वास्थ्य माल से अच्छा है ”
1 2212
1467
“ आप ﷺ के दोस्त ”
2 2213 سے 2214
1468
“ बुरे लोगों का मनहूस होना ”
1 2215
1469
“ बंदे को जो दिया जाता है ، वह उसके लिए एक परीक्षा है ”
1 2216
1470
“ किन कर्मों को स्वीकार किया जाता है ”
1 2217
1471
“ अल्लाह की आज्ञाकारी से भुकमरी ख़त्म हो जाती है ”
1 2218
1472
“ स्वास्थ्य और ठंडे पानी की एहमियत ”
1 2219
1473
“ आख़िरत की मुश्किलों से बचने के लिए पापों का बोझ हल्का होना चाहिए ”
1 2220
1474
“ अधिक इबादत करना दीनदार होने का सबूत नहीं ”
1 2221
1475
“ धन अन्य लोगों के लाभ के लिए होता है ”
1 2222
1476
“ अल्लाह के बंदे अपनी बुद्धि से लोगों को पहचान लेते हैं ”
1 2223
1477
“ मोमिन को माहौल से प्रभावित नहीं होना चाहिए ”
1 2224
1478
“ खाने-पीने को बहुत एहमियत न दें ”
1 2225
1479
“ तरह तरह के खानों को पसन्द करना केसा है ”
1 2226
1480
“ उन लोगों के लिए ख़ुशी जो अच्छे का कारण बनते हैं और बुरे लोगों के लिए बरबादी ”
1 2227
1481
“ आख़िरत की भलाई ही ، भलाई है ”
1 2228
1482
“ मौत आराम है यदि क्षमा मिल जाए तो ”
1 2229
1483
“ यदि हमें इतना ज्ञान होता ، जितना आप ﷺ के पास था तो... ”
1 2230
1484
“ तक़वा ، जिहाद ، अल्लाह की याद और क़ुरआन पढ़ने की नसीहत ”
1 2231
1485
“ मौत से पहले उसकी तैयारी का हुक्म ”
1 2232
1486
“ आदमी का धन वही है जो उसने ख़र्च किया है ”
1 2233
1487
“ तीन मुक्ति दिलाने वाले और तीन बरबाद करने वाले मामले ”
1 2234
1488
“ इन्सान किसी भी हाल में शुक्र नहीं करता ”
1 2235
1489
“ समूह में रहना रहमत है और फूट अज़ाब है ”
1 2236
1490
“ दुनिया का आनंद आख़िरत की कड़वाहट है ”
1 2237
1491
“ बंदे के नेक कामों पर अल्लाह तआला की ओर से सराहना ”
1 2238
1492
“ अल्लाह का अपने बंदों के साथ व्यवहार बंदे के गुमान के अनुसार है ”
1 2239
1493
“ न दो आराम संभव हैं ، न दो डर ”
1 2240
1494
“ किसी को अल्लाह तआला की रहमत से वंचित नहीं किया जा सकता ”
1 2241
1495
“ फ़िरओन से जिब्रईल का बदला ”
1 2242
1496
“ सब्र न करना हर पाप की सुरक्षा करता है ”
1 2243
1497
“ आप ﷺ का कमज़ोर लोगों का ध्यान रखना ”
1 2244
1498
“ अकेले में की गई बुराइयां सामने किये गए अच्छे कर्मों को डुबो देती हैं ”
1 2245
1499
“ अच्छे कर्मों को गुप्त रखना चाहिए ”
1 2246
1500
“ बुराइयों में इस उम्मत का पिछली उम्मतों की पैरवी करना ”
1 2247
1501
“ मोमिन से कभी कभी पाप होते रहते हैं ”
1 2248
1502
“ पाप का मनहूस होना ”
1 2249
1503
“ पाप के बाद नेकी करने की नसीहत ”
1 2250
1504
“ तोबा और इस्तग़फ़ार का हुक्म ”
1 2251
1505
“ तोबा से पापों का क्षमा होजाना ”
2 2252 سے 2253
1506
“ अल्लाह तआला पाप क्षमा कर देता है ”
6 2254 سے 2259
1507
“ स्वार्थ पाप से कम नहीं है ”
1 2260
1508
“ हर जीवित चीज़ की सेवा में सवाब है ”
1 2261
1509
“ हिसाब किताब के दिन असाधारण कर्म साधारण दिखाई देंगे ”
1 2262
1510
“ रिज़्क़ बंदे का पीछा करता है ”
1 2263
1511
“ अल्लाह पर तवक्कल करना ”
1 2264
1512
“ कई कारणों से ईमान में उतार-चढ़ाव आता है ”
3 2265 سے 2267
1513
“ दिल की हालत बदलती रहती है ”
1 2268
1514
“ कौन सा माल अच्छा है ? ”
1 2269
1515
“ एक ही दिन में रोज़ा रखने ، बीमारों की देखभाल करने ، जनाज़े में शामिल होने और गरीबों को खाना खिलाने की फ़ज़ीलत ”
1 2270
1516
“ शांति ، स्वास्थ्य और जीवन के लिए काफ़ी रिज़्क़ की एहमियत ”
1 2271
1517
“ हर इन्सान की अच्छी या बुरी पहचान आसमान पर होती है ”
1 2272
1518
“ मुसलामनों की मिसाल बारिश की तरह क्यों ”
1 2273
1519
“ मोमिन परीक्षाओं से अच्छी शिक्षा लेता है ”
2 2274 سے 2275
1520
“ मोमिन की मिसाल खजूर के पेड़ के जैसी है ”
1 2276
1521
“ मोमिन के रस्ते से तकलीफ़ देने वाली चीज़ को हटाना जन्नत का कारण है ”
1 2277
1522
“ अल्लाह तआला के हाँ अपना दर्जा जानने का तरीक़ा ”
1 2278
1523
“ लोगों की परवाह किए बिना अल्लाह तआला को ख़ुश करने की बरकत और अल्लाह तआला की परवाह किए बिना लोगों को ख़ुश करने का दुर्भाग्य ”
1 2279
1524
“ जंगल में रहने ، शिकार का पीछा करने और राजाओं के द्वार पर आने का दुर्भाग्य ”
1 2280
1525
“ पिता के दोस्तों के साथ संबंध बनाना नेकी है ”
1 2281
1526
“ जन्नत जैसी बहुमूल्य चीज़ का मिलना मुश्किल होता है ”
2 2282 سے 2283
1527
“ किसी मुसलमान की बुराइयों पर पर्दा डालने की फ़ज़ीलत ”
1 2284
1528
“ दोग़लेपन का बोझ ”
1 2285
1529
“ आख़िरत की चिंता और दुनिया की चिंता करने वाले से अल्लाह का मामला ”
2 2286 سے 2287
1530
“ सवाब का वादा पूरा होगा ، लेकिन अज़ाब का वादा... ”
1 2288
1531
“ हराम चीज़ों से बचने और बहुत न हँसने के लाभ ”
2 2289 سے 2290
1532
“ आदम की औलाद मिट्टी से है ”
1 2291
1533
“ कौन सा मोमिन जन्नत के रस्ते पर चल रहा होता है ? ”
1 2292
1534
“ जहाँ अज़ाब आया हो वहां से कैसे गुज़रा जाए ”
2 2293 سے 2294
1535
“ यदि अल्लाह को अपने बंदों से प्यार है ، तो जहन्नम का क्या मतलब ? ”
1 2295
1536
“ इबादत के बावजूद डरने का क्या मतलब है ? बहुत अधिक इबादत से और अधिक इबादत होती है ”
1 2296
1537
“ अल्लाह ने सच्चे दीन की रक्षा कैसे की ? ”
1 2297
1538
“ मोमिन अपने आप को कैसे रुस्वा करता है ”
1 2298
1539
“ कंजूसी घातक है ، ज़ुल्म का परिचय और उसका बुरा अंत ”
1 2299
1540
“ कंजूसी से छुटकारा कैसे पाएं ? धन के माध्यम से अज़ाब से छुटकारा कैसे पाएं ”
1 2300
1541
“ जिहाद ، रोज़े और सदक़ह की फ़ज़ीलत अच्छे शब्द वरदान होते हैं ، चुप रहने में सुरक्षा है ، शब्द भी जहन्नम का कारण बनते हैं ”
1 2301
1542
“ दिखावे के काम और गुप्त वासना के बारे में चिंता करना ”
1 2302
1543
“ साधारण मोमिन भी शरण दे सकता है ”
1 2303

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