-" اشد الناس بلاء الانبياء، ثم الامثل فالامثل، يبتلى الرجل على حسب (وفي رواية: قدر) دينه، فإن كان دينه صلبا اشتد بلاؤه وإن كان في دينه رقة ابتلي على حسب دينه، فما يبرح البلاء بالعبد حتى يتركه يمشي على الارض ما عليه خطيئة".-" أشد الناس بلاء الأنبياء، ثم الأمثل فالأمثل، يبتلى الرجل على حسب (وفي رواية: قدر) دينه، فإن كان دينه صلبا اشتد بلاؤه وإن كان في دينه رقة ابتلي على حسب دينه، فما يبرح البلاء بالعبد حتى يتركه يمشي على الأرض ما عليه خطيئة".
مصعب بن سعد اپنے باپ سیدنا سعد رضی اللہ عنہ سے روایت کرتے ہیں، انہوں نے کہا: میں نے رسول اللہ صلی اللہ علیہ وسلم سے پوچھا کہ کن لوگوں پر آزمائشیں سخت ہوتی ہیں؟ آپ صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا: ”انبیاء پر، ان کے بعد نیکی میں سب سے افضل آدمی پر، ہر آدمی کو اس کے دین کے مطابق آزمایا جاتا ہے۔ اگر کوئی دین میں مضبوط ہے تو اس پر ابتلا و امتحان سخت ہو گا اور اگر دین میں کمزوری ہے تو اسی کے مطابق (ہلکی) آزمائش ہو گی۔ آدمی پر آزمائشوں کا سلسلہ جاری رہتا ہے یہاں تک وہ زمین پر اس حال میں چل رہا ہوتا ہے کہ اس پر کوئی گناہ نہیں ہوتا۔“
मसअब बिन सअद अपने पिता हज़रत सअद रज़ि अल्लाहु अन्ह से रिवायत करते हैं कि उन्हों ने कहा, मैं ने रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से पूछा कि किन लोगों पर परीक्षाएँ सख़्त होती हैं ? आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया ! “नबियों पर, उन के बाद नेकी में सब से अफ़ज़ल आदमी पर, हर आदमी को उस के दीन के अनुसार आज़माया जाता है। यदि कोई दीन में मज़बूत है तो उस पर परीक्षा सख़्त होगी और यदि दीन में कमज़ोरी है तो इसी के अनुसार (हलकी) परीक्षा होगी। आदमी पर परीक्षाएं बनी रहती हैं यहाँ तक वह ज़मीन पर इस हाल में चल रहा होता है कि उस पर कोई पाप नहीं होता।”
سلسله احاديث صحيحه ترقیم البانی: 143
قال الشيخ الألباني: - " أشد الناس بلاء الأنبياء، ثم الأمثل فالأمثل، يبتلى الرجل على حسب (وفي رواية: قدر) دينه، فإن كان دينه صلبا اشتد بلاؤه وإن كان في دينه رقة ابتلي على حسب دينه، فما يبرح البلاء بالعبد حتى يتركه يمشي على الأرض ما عليه خطيئة ". _____________________ رواه الترمذي (2 / 64) وابن ماجه (4023) والدارمي (2 /320) والطحاوي (3 / 61) وابن حبان (699) والحاكم (1 / 40، 41) وأحمد (1 / 172، 174، 180، 185) والضياء في " المختارة " (1 / 349) من طريق عاصم بن بهدلة حدثني مصعب بن سعد عن أبيه قال: " قلت لرسول الله صلى الله عليه وسلم : أي الناس أشد بلاء؟ قال: فقال: الأنبياء ثم ... ؟ " الحديث. وقال الترمذي: " حديث حسن صحيح ". قلت: وهذا سند جيد رجاله كلهم رجال الشيخين، غير أن عاصما إنما أخرجا له مقرونا بغيره، ولم يتفرد به، فقد أخرجه ابن حبان (698) والمحاملي (3 / 92 / 2) والحاكم أيضا من طريق العلاء بن المسيب عن أبيه عن سعد به، بالرواية الثانية. والعلاء بن المسيب وأبوه ثقتان من رجال البخاري. فالحديث صحيح. والحمد لله وله شاهد بلفظ: " أشد الناس بلاء الأنبياء، ثم الصالحون، إن كان أحدهم ليبتلى بالفقر، حتى ما يجد أحدهم إلا العباءة التي يحويها، وإن كان أحدهم ليفرح بالبلاء كما يفرح أحدكم بالرخاء ". ¤