سیدنا ابن عمر رضی اللہ عنہما سے روایت ہے کہ نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا: ”غیب کی کنجیاں پانچ ہیں جن کو اللہ کے سوا کوئی نہیں جانتا۔ (1) کوئی نہیں جانتا کہ کل کیا ہو گا (2) کوئی نہیں جانتا کہ شکم مادر میں کیا چیز ہے (3) کوئی نہیں جانتا کہ وہ کل کیا کرے گا (4) کوئی نہیں جانتا کہ وہ کس مقام میں مرے گا (5) کوئی نہیں جانتا کہ بارش کب ہو گی۔
हज़रत इब्न उमर रज़ि अल्लाहु अन्हुमा से रिवायत है कि नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया ! “ग़ैब की कुंजियाँ पांच हैं जिनको अल्लाह के सिवा कोई नहीं जानता। (1) कोई नहीं जानता कि कल क्या होगा। (2) कोई नहीं जानता कि माँ के पेट में क्या चीज़ है। (3) कोई नहीं जानता कि वो कल क्या करेगा। (4) कोई नहीं जानता कि वो किस जगह मरेगा। (5) कोई नहीं जानता कि बारिश कब होगी।