سیدنا معاویہ بن سفیان رضی اللہ عنہ سے روایت ہے کہ وہ منبر پر بیٹھے ہوئے تھے کہ مؤذن نے اذان کہی۔ تو جب اس نے کہا (اﷲاکبر اﷲاکبر) معاویہ رضی اللہ عنہ نے بھی کہا (اﷲاکبر اﷲاکبر) پھر مؤذن نے کہا ((اشھد ان لا الہٰ الا اللہ)) تو معاویہ رضی اللہ عنہ نے کہا ((وانا)) مؤذن نے کہا ((اشھد ان محمد رسول اللہ)) تو معاویہ رضی اللہ عنہ نے کہا ((وانا)) پھر اذان ختم ہو چکی تو معاویہ رضی اللہ عنہ نے کہا کہ اے لوگو! میں نے رسول اللہ صلی اللہ علیہ وسلم سے اسی مقام (یعنی منبر) پر سنا کہ جب مؤذن نے اذان دی تو آپ صلی اللہ علیہ وسلم وہی فرماتے جاتے تھے جو تم نے میری گفتگو سنی۔
हज़रत मुआव्या बिन सुफ़ियान रज़ि अल्लाहु अन्ह से रिवायत है कि वो मिम्बर पर बैठे हुए थे कि मुअज़्ज़न ने अज़ान दी तो जब उसने कहा “अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर” « اللهُ أَكْبَرُ، اللهُ أَكْبَرُ » मुआव्या रज़ि अल्लाहु अन्ह ने भी कहा “अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर” « اللهُ أَكْبَرُ، اللهُ أَكْبَرُ » फिर मुअज़्ज़न ने कहा “अशहदु अंल्ला इलाहा इल्लल्लाह” « أَشْهَدُ أَنْ لَا إِلَهَ إِلَّا اللهُ » तो मुआव्या रज़ि अल्लाहु अन्ह ने कहा “अशहदु अंल्ला इलाहा इल्लल्लाह” « أَشْهَدُ أَنْ لَا إِلَهَ إِلَّا اللهُ » मुअज़्ज़न ने कहा “अश्शहदुअन्न मुहम्मदुर-रसूलुल्लाह” « أَشْهَدُ أَنْ مُحَمَّدٌ رَسُولُ ٱللَّٰه » तो मुआव्या रज़ि अल्लाहु अन्ह ने कहा “अश्शहदुअन्न मुहम्मदुर-रसूलुल्लाह” « أَشْهَدُ أَنْ مُحَمَّدٌ رَسُولُ ٱللَّٰه » फिर अज़ान पूरी हो चुकी तो मुआव्या रज़ि अल्लाहु अन्ह ने कहा कि ऐ लोगों, मैं ने रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से इसी स्थान (यानी मिम्बर) पर सुना कि जब मुअज़्ज़न ने अज़ान दी तो आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम वही कहते जाते थे जो तुमने मुझ से सुना।