سیدنا سائب بن یزید رضی اللہ عنہ کہتے ہیں کہ جمعہ کے دن اذان نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم اور امیرالمؤمنین ابوبکر صدیق اور عمر فاروق رضی اللہ عنہما کے دور میں اس وقت ہوتی تھی جب امام منبر پر بیٹھ جاتا پھر عثمان رضی اللہ عنہ (خلیفہ) ہوئے اور (مسلمان) لوگ زیادہ ہو گئے تو عثمان رضی اللہ عنہ نے زوراء پر تیسری اذان بڑھا دی۔ (امام بخاری رحمتہ اللہ نے کہا کہ زوراء مدینہ کے بازار میں مقام کا نام ہے)۔
हज़रत साइब बिन यज़ीद रज़ि अल्लाहु अन्ह कहते हैं कि जुमा के दिन अज़ान नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और अमीरुल मोमिनीन अबु बक्र सिद्दीक़ और उमर फ़ारुक़ रज़ि अल्लाहु अन्हुमा के समय में उस समय होती थी जब इमाम मिम्बर पर बैठ जाता फिर उस्मान रज़ि अल्लाहु अन्ह (ख़लीफ़ा) हुए और मुसलमान बहुत होगए तो उस्मान रज़ि अल्लाहु अन्ह ने ज़ोराअ पर तीसरी अज़ान बढ़ादी। (इमाम बुख़ारी रहमतुल्लाह अलेह ने कहा कि ज़ोराअ मदीने के बाज़ार में एक जगह का नाम है)।