سیدنا زید بن خالد رضی اللہ عنہ نے امیرالمؤمنین عثمان بن عفان رضی اللہ عنہ سے پوچھا کہ بتلائیے اگر (کوئی شخص) جماع کرے اور انزال نہ ہو تو کیا حکم ہے؟ چنانچہ سیدنا عثمان رضی اللہ عنہ نے کہا جس طرح نماز کے لیے وضو کرتا ہے وضو کر لے اور اپنی شرمگاہ کو دھو ڈالے۔ سیدنا عثمان رضی اللہ عنہ کہتے ہیں کہ میں نے یہ مسئلہ رسول اللہ صلی اللہ علیہ وسلم سے سنا ہے۔ (سیدنا زید رضی اللہ عنہ راوی حدیث کہتے ہیں کہ) پھر میں نے یہ مسئلہ علی، زبیر، طلحہ اور ابی بن کعب رضی اللہ عنہ سے پوچھا تو انھوں نے (بھی) اس شخص کو یہی حکم دیا۔
हज़रत ज़ैद बिन ख़ालिद रज़ि अल्लाहु अन्ह ने अमीरुल मोमिनीन उस्मान बिन अफ़्फ़ान रज़ि अल्लाहु अन्ह से पूछा कि बताएं यदि (कोई व्यक्ति) संभोग करे और वीर्यपात नहीं होता है तो क्या हुक्म है ? इसलिए हज़रत उस्मान रज़ि अल्लाहु अन्ह ने कहा जिस तरह नमाज़ के लिए वुज़ू करता है वुज़ू करले और अपने गुप्ताअंग को धो डाले। हज़रत उस्मान रज़ि अल्लाहु अन्ह कहते हैं कि मैं ने यह मसला रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से सुना है। (हज़रत ज़ैद रज़ि अल्लाहु अन्ह रावी हदीस कहते हैं कि) फिर मैं ने यह मसला हज़रत अली, ज़ुबैर, तल्हा और अबी बिन कअब रज़ि अल्लाहु अन्हुम से पूछा तो उन्हों ने (भी) उस व्यक्ति को यही हुक्म दिया।