ام المؤمنین ام سلمہ رضی اللہ عنہا کہتی ہیں کہ ایک رات نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نیند سے بیدار ہوئے تو آپ صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا کہ سبحان اللہ آج کی رات کس قدر فتنے نازل کیے گئے ہیں اور کس قدر خزانے کھولے گئے ہیں۔ (اے لوگو!) ان حجرہ والیوں کو جگا دو (کہ کچھ عبادت کریں) کیونکہ بہت سی دنیا میں پہننے والی ایسی ہیں جو (اعمال نہ ہونے کے سبب) آخرت میں برہنہ ہوں گی۔“
उम्मुल मोमिनीन उम्म सलमा रज़ि अल्लाहु अन्हा कहती हैं कि एक रात नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम नींद से जागे तो आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया ! “सुब्हान अल्लाह आज की रात बहुत अधिक फ़ितने उतारे गए हैं और बहुत अधिक ख़ज़ाने खोले गए हैं। (ऐ लोगों) इन घरों में रहने वालियों को जगादो (कि कुछ इबादत करें) क्योंकि दुनिया में रहने वालियां बहुत सी ऐसी हैं जो (कर्म न करने के कारण) आख़िरत में नंगी होंगी।”