विभिन्न हदीसें
2678. “ अच्छे और नेक ग़ुलाम की फ़ज़ीलत ”
2679. “ मुसलमानों की कितनी आयु ”
2680. “ हिजरत कितनी प्रकार की और सबसे अच्छी हिजरत ”
2681. “ ज़अमु ” « زعموا » बुरा तकिया-कलाम है ? केवल वही बात या हदीस सुनाई जाए जिसका सच्च होना निश्चित है ”
2682. “ शरीअत का ज्ञान फैलाना ”
2683. “ हर झगड़े का कफ़्फ़ारा दो रकअत नमाज़ है ”
2684. “ मुस्लिम की अहमियत , अल्लाह तआल साथ छोड़ने वाला नहीं और किसी की बुराइयों को छिपाने की फ़ज़ीलत ”
2685. “ अच्छे और बुरे नसीब में तीन चीज़े कौनसी हैं ”
2686. “ मामा वारिस बन सकता है ”
2687. “ सपनों के प्रकार ”
2688. “ अस्सरी ” « السري » से मुराद क्या है ”
2689. “ गर्भवती का बच्चा गिर जाने की दयत ”
2690. “ क़सास कब मिलता है ”
2691. “ इन्सान के अंगों और घावों की दयत ”
2692. “ एक मुसलमान की सहायता करने की फ़ज़ीलत ”
2693. “ अस्तग़फ़ार की बरकतें ”
2694. “ हज़रत उमर रज़ि अल्लाहु अन्ह का चमत्कार ”

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سلسله احاديث صحيحه کل احادیث 4103 :حدیث نمبر
سلسله احاديث صحيحه
सिलसिला अहादीस सहीहा
المنوعات
متفرق احادیث
विभिन्न हदीसें
صاحب اسلام کی اہمیت، اللہ تعالیٰ کا ہم نوا اسی کا ہی رہے گا، پردہ پوشی کی فضیلت
“ मुस्लिम की अहमियत , अल्लाह तआल साथ छोड़ने वाला नहीं और किसी की बुराइयों को छिपाने की फ़ज़ीलत ”
حدیث نمبر: 4076
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-" ثلاث احلف عليهن: لا يجعل الله من له سهم في الإسلام كمن لا سهم له، وسهام الإسلام ثلاثة: الصوم والصلاة والصدقة، لا يتولى الله عبدا فيوليه غيره يوم القيامة، ولا يحب رجل قوما إلا جاء معهم يوم القيامة، والرابعة لو حلفت عليها لم اخف ان آثم: لا يستر الله على عبده في الدنيا إلا ستر عليه في الآخرة".-" ثلاث أحلف عليهن: لا يجعل الله من له سهم في الإسلام كمن لا سهم له، وسهام الإسلام ثلاثة: الصوم والصلاة والصدقة، لا يتولى الله عبدا فيوليه غيره يوم القيامة، ولا يحب رجل قوما إلا جاء معهم يوم القيامة، والرابعة لو حلفت عليها لم أخف أن آثم: لا يستر الله على عبده في الدنيا إلا ستر عليه في الآخرة".
سیدہ عائشہ رضی اللہ عنہا سے روایت ہے کہ نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا: میں تین چیزوں پر قسم اٹھاتا ہوں: (‏‏‏‏۱) اللہ تعالیٰ صاحب اسلام کو اسلام سے عاری شخص کے برابر نہیں کرے گا اور اسلام کے تین حصے ہیں: روزہ، نماز اور صدقہ۔ (‏‏‏‏۲) (‏‏‏‏یہ نہیں ہو سکتا کہ) اللہ کسی بندے سے ہم نوائی کرے اور پھر روز قیامت اسے کسی دوسرے کا ہم نوا بنا دے اور (‏‏‏‏۳) جو شخص جس کسی سے محبت کرے گا، وہ روز قیامت اسی کے ساتھ آئے گا اور اگر چوتھی چیز پر بھی میں قسم اٹھا لوں تو مجھے گنہگار ہونے کا خدشہ نہیں ہو گا۔ (‏‏‏‏وہ یہ ہے کہ) اگر اﷲ تعالیٰ نے دنیا میں اپنے بندے (‏‏‏‏ کے گناہوں) کی پردہ پوشی کی تو وہ آخرت میں بھی (‏‏‏‏ اس کی خطاؤں پر) پردہ ڈالے گا۔

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