”اے اللہ! تو ہی میرا بازو ہے اور تو ہی میرا مدد گار ہے، تیری مدد کے ساتھ ہی میں چکر لگاتا ہوں، تیری مدد کے ساتھ ہی میں حملہ کرتا ہوں اور تیری مدد کے ساتھ ہی میں لڑائی کرتا ہوں۔“[اسناده ضعيف، سنن ابي داؤد: 2632، سنن ترمذي: 3584]
“ऐ अल्लाह ! तू ही मेरा हाथ है और तू ही मेरी सहायता करता है, तेरी सहायता से ही मैं चक्कर लगाता हूँ, तेरी सहायता से ही मैं हमला करता हूँ और तेरी सहायता से ही मैं लड़ाई करता हूँ ।” [असनादा ज़ईफ़, सुनन अबी दाऊद: 2632, सुनन त्रिमीज़ी: 3584]