سیدنا ابوجہیم رضی اللہ عنہ سے روایت ہے کہ رسول اللہ صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا: ”اگر نماز پڑھنے والے کے سامنے سے گزرنے والا یہ جان لیتا کہ اس پر کس قدر گناہ ہے، تو بیشک اسے چالیس .... تک کھڑا رہنا بھلا معلوم ہوتا اس بات سے کہ اس کے سامنے سے نکل جائے۔“(ابونضر) راوی حدیث کہتے ہیں کہ میں نہیں جانتا کہ چالیس دن کہا یا چالیس مہینے یا چالیس برس۔
हज़रत अबु जुहेम रज़ि अल्लाहु अन्ह से रिवायत है कि रसूल अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया ! “यदि नमाज़ पढ़ने वाले के सामने से गुज़रने वाला यह जानलेता कि उसपर कितना पाप है, तो बेशक उसे चालीस .... तक खड़ा रहना भला मालूम होता इस बात से कि उसके सामने से निकल जाए।” (अबू-नज़र) रावी हदीस कहते हैं कि मैं नहीं जानता कि चालीस दिन कहा या चालीस महीने या चालीस वर्ष।