سیدنا ابوموسیٰ رضی اللہ عنہ کہتے ہیں کہ نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا: ”سب لوگوں سے باعتبار ثواب نماز کے زیادہ وہی لوگ ہیں جن کی مسافت (مسجد سے) دور ہے، پھر جن کی ان سے دور ہے اور وہ شخص جو نماز کا منتظر رہے حتیٰ کہ اس کو امام کے ہمراہ پڑھے، باعتبار ثواب کے اس سے زیادہ ہے (جو جلدی سے) نماز پڑھ کے سو جاتا ہے۔“
हज़रत अबु मूसा रज़ि अल्लाहु अन्ह कहते हैं कि नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया ! “सबसे अधिक नमाज़ का सवाब उन लोगों को पहुँचता है जिन का रस्ता (मस्जिद से) दूर है। फिर उनका, जिनका उनसे अधिक दूर है और वह व्यक्ति जो नमाज़ का इंतज़ार करे और उसको इमाम के साथ पढ़े, उसका सवाब उस से अधिक है (जो जल्दी से) नमाज़ पढ़के सोजाता है।”